प्रथम हम तुम्हें मनाए लिरिक्स Pratham Hum Tumhe Manaye Lyrics
वक्रतुंड महाकाय,
सूर्यकोटि समप्रभा,
निर्विघ्नम कुरूमे देव,
सर्वकार्येषु सर्वदा।
सब देवों में देव निराले,
बिगड़े काज बनाने वाले,
शिव गौरा के लाल,
प्रथम हम तुम्हें मनाए,
पूरण कीजो काज,
प्रथम हम तुम्हें मनाए।
गज मुख सुंदर सोहना लागे,
सबके सोए भाग हैं जागे,
तेरे लट घुंघराले बाल,
सबके मन भाए,
मूषक के असवार,
प्रथम हम तुम्हें मनाए,
पूरण कीजो काज,
प्रथम हम तुम्हें मनाए।
Pratham Hum Tumhe Manaye Lyrics
पान फूल मोदक चढ़े मेवा,
जय जय जय,
गणपति महादेवा,
हे दीन दुखी हितकारी,
तेरी शरण आए,
रिद्धी सिद्धि दो दान,
प्रथम हम तुम्हें मनाए,
पूरण कीजो काज,
प्रथम हम तुम्हें मनाए।
देवी देव सब करते पूजा,
तुमसे बढ़कर देव ना दूजा,
धरे ऋषि मुनि सब ध्यान,
सारा जग गाए,
महिमा तेरी अपार,
प्रथम हम तुम्हें मनाए,
पूरण कीजो काज,
प्रथम हम तुम्हें मनाए।।