पलकों का घर तैयार साँवरे -2
मेरी अखियाँ करें इन्तज़ार साँवरे
पलकों का घर तैयार साँवरे..
आँखों के अंसुवन जल से, तेरे चरण पखारूंगा मैं -२
पलकों की कंघी से तेरे बाल सँवारूँगा मैं -२
मोका सेवा का दे, एकबार साँवरे -२
पलकों का घर तैयार साँवरे
मेरी पलकों का घर तैयार साँवरे
पुतली के दरवाज़े उपर, पलकों का है पहरा -२
प्रेम है ये नि स्वार्थ हमारा, सागर सा है गहरा है -२
हम तेरे हुए तलबगार सॉंवरे -२
पलकों का घर तैयार साँवरे
हम तेरे हुए ,तलबगार सावरी
मेरी पलकों का घर तैयार साँवरे
बढ़े भाव से , बड़े चाव से, तेरा लाड़ करेंगे -२
जहाँ रखोगे क़दम कन्हैया, वहीं पे हाथ रखेंगे -२
ख़्वाहिश पूरी करों एक बार साँवरे -२ प
लकों का घर तैयार साँवरे
मेरी पलकों का घर तैयार साँवरे
महलों जैसे ठाठ नहीं, धर देखने तो आओ
रहना ना चाहो कम से कम, आज़माने आओ -२
मोहित दिल से करे मनुहार साँवरे -२
पलकों का घर तैयार साँवरे
मेरी पलकों का घर तैयार साँवरे
मेरी अखियाँ करें इन्तज़ार साँवरे
पलकों का घर तैयार साँवरे…