Palkon Ka Ghar Taiyar Saware Lyrics || Kanhiya Mittal

पलकों का घर तैयार साँवरे -2
मेरी अखियाँ करें इन्तज़ार साँवरे
पलकों का घर तैयार साँवरे..

आँखों के अंसुवन जल से, तेरे चरण पखारूंगा मैं -२
पलकों की कंघी से तेरे बाल सँवारूँगा मैं -२
मोका सेवा का दे, एकबार साँवरे -२

पलकों का घर तैयार साँवरे
मेरी पलकों का घर तैयार साँवरे

पुतली के दरवाज़े उपर, पलकों का है पहरा -२
प्रेम है ये नि स्वार्थ हमारा, सागर सा है गहरा है -२

हम तेरे हुए तलबगार सॉंवरे -२
पलकों का घर तैयार साँवरे

हम तेरे हुए ,तलबगार सावरी
मेरी पलकों का घर तैयार साँवरे

बढ़े भाव से , बड़े चाव से, तेरा लाड़ करेंगे -२
जहाँ रखोगे क़दम कन्हैया, वहीं पे हाथ रखेंगे -२

ख़्वाहिश पूरी करों एक बार साँवरे -२ प
लकों का घर तैयार साँवरे
मेरी पलकों का घर तैयार साँवरे

महलों जैसे ठाठ नहीं, धर देखने तो आओ
रहना ना चाहो कम से कम, आज़माने आओ -२
मोहित दिल से करे मनुहार साँवरे -२
पलकों का घर तैयार साँवरे
मेरी पलकों का घर तैयार साँवरे

मेरी अखियाँ करें इन्तज़ार साँवरे
पलकों का घर तैयार साँवरे…

Kanhiya Mittal Bhajan in Hindi

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